पर्सनल लोन के लिए न्यूनतम यानी मिनिमम और अधिकतम यानी मैक्सिमम अवधि क्या होती है?

Personal Finance
24-06-2024
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आपको पैसों की तुरंत जरूरत है लेकिन आपके पास राशि नहीं है? अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए आपको सिर्फ पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने की जरूरत है। पर्सनल लोन के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि आपको सिक्योरिटी या कोलैटरल के तौर पर कुछ भी नहीं रखना होता है, गोल्ड लोन से विपरीत जिसमें पैसों के लिए सोने को गिरवी रखना होता है। 

हालांकि, पर्सनल लोन के साथ आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जैसे फीस, ब्याज दर और खास तौर पर लोन की न्यूनतम और अधिकतम अवधि जिसमें आपको लोन का रीपेमेंट करना होता है। इसलिए जब आप पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते हैं तो लोन देने वाली कंपनी की ओर से दिए जाने वाले सभी विकल्पों की जांच जरूर कर लें।

इंस्टेंट पर्सनल लोन कितना भी लाभ देने वाला क्यों न हो लेकिन इन पर अच्छे से ध्यान न दिया जाए तो इसकी वजह से परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। तो चलिए विस्तृत तरह से जानते हैं कि पर्सनल लोन क्या है और पर्सनल लोन की न्यूनतम और अधिकतम अवधि क्या है।

पर्सनल लोन क्या है?

पर्सनल लोन लेना तब आसान होता है जब आपके पास राशि न हो और आपको इसकी तुरंत जरूरत हो। पैसों की जरूरत बड़ी होनी चाहिए। एक पर्सनल लोन किश्त वाले उधार का एक उदाहरण है, जहां आपको राशि एकमुश्त पेमेंट के तौर पर मिलती है। इस तरह के लोन व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए होते हैं। आप इसका इस्तेमाल मेडिकल खर्चों, शिक्षा, अंतरराष्ट्रीय ट्रिप, शादी इत्यादि में कर सकते हैं। इसलिए पर्सनल लोन आपके लिए सबसे अच्छी पसंद है।

आप पर्सनल लोन के लिए मौजूद लोन के सैकड़ों आसान विकल्पों में से चुनाव कर सकते हैं। इनमें से ज्यादातर के लिए आप 10 मिनट में आवेदन कर सकते हैं, इसके लिए लोन देने वाली ऑनलाइन कंपनियों को शुकिया कहा जाना चाहिए। लेकिन यहां पर एक दिक्कत है, लोन देने वाली कंपनी कितनी जल्दी आपके दस्तावेजों, यानी डाक्यूमेंट्स की प्रक्रिया को आगे बढ़ाती है, इसके आधार पर पर्सनल लोन की मंजूरी की प्रक्रिया में सिर्फ 1 कामकाजी सप्ताह, यानी वर्किंग वीक तक का समय लग सकता है।

लोन देने वाली कंपनी के आधार पर पर्सनल लोन आमतौर पर 12 से 60 महीने तक होते हैं। लोन देने वाली कंपनियां दस्तावेजों या प्रशासनिक फीस के साथ ब्याज दरें वसूलते हैं। लोन की राशि स्वीकार हो जाने के बाद यह शुल्क उनमें से काट लिए जाते हैं। आगे बढ़ते हुए, हम पर्सनल लोन के रीपेमेंट की सबसे अच्छी अवधि के बारे में जानेंगे।  

पर्सनल लोन की अवधि

लोन के पेमेंट की अवधि को लेकर उधार लेने वालों की प्रथमिकता होती है। उदाहरण के लिए, अगर आपने बड़ा लोन लिया है तो आपके पास उसको वापस करने का ज्यादा समय होता है और ईएमआई भी कम होती हैं। लेकिन आप लोन रीपेमेंट की कम अवधि के साथ लोन की कम राशि का चुनाव भी कर सकते हैं। यह बात सही है कि इसकी वजह से कुछ समय के लिए आपकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ेगा लेकिन आपका लोन जल्दी खत्म हो जाता है। 

चलिए अब पर्सनल लोन की न्यूनतम और अधिकतम अवधि पर नजर डालते हैं:

1.  इंस्टेंट पर्सनल की न्यूनतम अवधि

जब आप पर्सनल लोन लेते हैं तो आपको अगले 30 दिन के अंदर और किश्तों में इसका पेमेंट करना शुरू कर देना चाहिए। लोन देने वाली कंपननियां लोन वापस करने के लिए 6 से 12 महीने का समय देती हैं। इसके बाद आप ली गई लोन राशि के मुताबिक इसका रीपेमेंट कर स्सकते हैं। लोन देने वाली अलग-अलग कंपनियों के लिए न्यूनतम अवधि भी अलग-अलग होती है। अगर आपकी आमदनी ज्यादा है तो आप अपने लोन का रीपेमेंट जल्दी कर पाएंगे।

2.  इंस्टेंट पर्सनल लोन की अधिकतम अवधि 

पर्सनल लोन की अधिकतम अवधि 42 महीने से 60 महीने होती है जो लोन देने वाली कंपनी की ओर से दी जाती है। यह अवधि हर लोन देने वाली कंपनी में अलग-अलग होती है। उधार लेने वाला 42 महीने की अवधि में छोटी ईएमआई के माध्यम से पेमेंट कर लेता है इसलिए मंथली बजट और आमदनी पर दबाव नहीं पड़ता है। यह उन लोगों के लिए बेहतरीन होता है जिनकी आमदनी कम है और उनकी अन्य आर्थिक जिम्मेदारियां भी हैं। 

सही अवधि का चुनाव

अवधि का निर्णय लेना पर्सनल लोन से जुड़ी सबसे जरूरी चीजों में से एक है। याद रखिए, अगर लोन की अवधि ज्यादा है तो ईएमआई का मंथली पेमेंट भी कम होगा। बड़ी ईएमआई की लागत के साथ छोटी शर्तें जुड़ी होती है लेकिन आपके लोन का पेमेंट जल्दी हो जाता है। आगर आपके पास थोड़े समय के लिए पैसों से जुड़ी समस्या है तो आपका बैंक लोन की अवधि को बढ़ाकर मंथली ईएमआई पेमेंट के दबाव को कम कर सकता है। लेकिन लंबी अवधि के लोन में ब्याज का पेमेंट ज्यादा करना होता है, जिसके चलते उधार ली गई मूल राशि की लागत बढ़ जाती है।

आपके लोन की अवधि का निर्णय कई फैक्टर करते हैं इसकी शुरुआत उधार ली जाने वाली राशि से होती है। उदाहरण के लिए, अगर आपका लोन छोटा है तो लंबी अवधि का चुनाव सही नहीं होगा जैसे आपके मंथली वेतन का दोगुना। 

अगर लोन की राशि आपके मंथली वेतन के 4 गुना से ज्यादा है तो लंबी अवधि का लोन अच्छा रहेगा। इससे आपका मंथली रीपेमेंट कम होगा और छोटे शुल्क के साथ अप्प अपना लोन पहले ही बंद भी कर पाएंगे। लेकिन आपकी सैलरी ज्यादा है और आप ज्यादा बचत कर पाते हैं तो आप कम अवधि के लोन का चुनाव करके समय के साथ ज्यादा ब्याज देने से बच सकते हैं। 

आखिर में

अब जब आप पर्सनल लोन की न्यूनतम और अधितकम अवधि के बारे में जान चुके हैं तो आप यह भी समझ गए होंगे कि इंस्टेंट पर्सनल लोन के रीपेमेंट की अवधि का आपकी राशि और आय पर क्या असर हो सकता है। इसके बाद भी आप लोन पूरा करने की कम और ज्यादा अवधि के बीच चुनाव नहीं कर पा रहे हैं तो पिरामल फायनांस से संपर्क करें। ग्राहक को भगवान मानने वाले पिरामल फायनांस में इस प्रक्रिया के दौरान आपकी मदद की जाएगी। ऐसे और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए अभी https://www.piramalfinance.com/ पर जाएं!

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