पर्सनल लोन या किसी और तरह का लोन लेने के लिए आपको ऊंचे क्रेडिट स्कोर की जरूरत होती है। ऊंचे क्रेडिट स्कोर का मतलब पुनर्भुगतान का मजबूत इतिहास और विश्वसनीयता, यानी लायबिलिटी होती है। 750 या इससे ऊंचे क्रेडिट स्कोर के साथ ना सिर्फ आपको जल्दी लोन मिलता है, बल्कि सुविधानुसार शर्तों और परिस्थितियों, यानी कंडीशंस का लाभ भी मिल जाता है।
मेडिकल बिल, आनन-फानन में बनी छुट्टियों की योजना या अचानक होने वाले ऐसे ही अन्य खर्चों को कवर करने के लिए, आप असुरक्षित पर्सनल लोन का चुनाव कर सकते हैं। आय, क्रेडिट स्कोर जैसे फैक्टर से तय होता है कि आपको लोन दिया जाना चाहिए या नहीं।
क्रेडिट स्कोर अगर खराब है तब भी भारत में आपको तुरंत लोन मिल सकता है। दिक्कत यह है कि ऊंचा क्रेडिट स्कोर लेना या बनाए रखना आसान नहीं है। कम क्रेडिट स्कोर आर्थिक कठिनाइयों या गैर जिम्मेदारी से पैसे के इस्तेमाल का नतीजा भी हो सकता है।
550-600 क्रेडिट स्कोर के लिए पर्सनल लोन
अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन की मांग खूब होती है क्योंकि इसमें बैंक को बहुत कम सिक्योरिटी देनी होती है। इसके साथ, किसी को भी यह लोन बहुत जल्दी मिल सकते हैं क्योंकि यह अनसिक्योर्ड लोन हैं। इसलिए, ब्याज की दर ऊंची होती है और योग्यता मानदंड, यानी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया होम लोन और ऑटो लोन जैसे सिक्योर्ड लोन की तुलना में सख्त होते हैं।
पर्सनल लोन की मंजूरी के लिए आमतौर 750 के न्यूनतम क्रेडिट स्कोर की जरूरत होती है। हालांकि, लोन देने वाली कुछ ऐसी कंपनियां भी हैं जो 600 से ऊपर के क्रेडिट स्कोर पर भी पर्सनल लोन दे देती हैं।
अगला सवाल यह है कि भारत में 600 के क्रेडिट स्कोर पर पर्सनल लोन मिल सकता है या नहीं। यह कठिन होगा। आपको लोन देने वाली ऐसी कंपनियां भी मिल जाएंगे जो 550 के क्रेडिट स्कोर पर भी पर्सनल लोन देती हैं, लेकिन इसमें शर्तें और परिस्थितियां सुविधाजनक नहीं होंगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोन देने वाली कंपनियों को ऐसे उधार लेने वालों की पुनर्भुगतान योग्यता, यानी रीपेमेंट एलिजिबिलिटी पर पूरा भरोसा नहीं होता। इसलिए, वह लोन देने से बचती हैं।
अगर लोन पास हो जाता है तो ब्याज दर काफी ऊंची होगी। हो सकता है कि यह 40% सालाना से भी ऊपर हो। साथ ही, पुनर्भुगतान की अवधि भी कम होगी। इसके साथ अप लोन की ज्यादा राशि की अपेक्षा भी ना करें।
लो क्रेडिट स्कोर के लिए पर्सनल लोन
काम और आय, यानी इनकम के अतिरिक्त, आपकी क्रेडिट हिस्ट्री लोन की मंजूरी में भी बड़ा रोल निभाती है। अगर आपके पास क्रेडिट स्कोर कम है, तो आपके पर्सनल लोन की मंजूरी की संभावना भी कम होगी लेकिन यह पूरी तरह से कम नहीं होगी।
यह रिपोर्ट आपके आर्थिक इतिहास, यानी फायनांशियल हिस्ट्री पर नजर डालती है। अच्छा क्रेडिट रिकॉर्ड एक अच्छे आर्थिक व्यवहार और संभावित उधारकर्ता के तौर पर जोखिम की कमी को दिखाता है।
कम क्रेडिट स्कोर के साथ पर्सनल लोन की मंजूरी कैसे पाएं
कम क्रेडिट स्कोर के साथ पर्सनल लोन लेना कठिन हो सकता है, लेकिन यह असंभव नहीं है। आप 550 और यहां तक कि 500 के बेहद कम क्रेडिट स्कोर के लिए भी पर्सनल लोन ले सकते हैं। अगर आपको पर्सनल लोन की जरूरत है, लेकिन आपके पास क्रेडिट स्कोर कम है, तो यहां पर कुछ विकल्प दिए गए हैं जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए:
लोन की छोटी राशि के लिए अनुरोध
लोन देने वाली कुछ कंपनियां लोनदाता छोटी राशि के लिए लोन मंजूर करने को तैयार हो सकती हैं। हालांकि लोन की ज्यादा राशि के साथ लोनदाता का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए, अगर आपका क्रेडिट स्कोर सही नहीं है, तो मामूली लोन के लिए आवेदन कीजिए। इससे मंजूरी आसान हो सकती है।
देखिए आपका क्रेडिट स्कोर कितना कम है
क्रेडिट रिपोर्ट हमेशा सही नहीं होती है। इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है। गलती पकड़ने और उसे सही करने के लिए क्रेडिट स्कोर की नियमित जांच जरूरी है। आप क्रेडिट ब्यूरो की वेबसाइट पर क्रेडिट स्कोर को ऑनलाइन भी जांच सकते हैं।
सह-आवेदक यानी को-एप्लिकेंट के तौर पर आवेदन करें
अगर अच्छे क्रेडिट स्कोर वाला सह-आवेदक साथ हो तो खराब क्रेडिट स्कोर वाले व्यक्ति को भी लोन मिल सकता है। डिफॉल्ट की स्थिति में सह-आवेदक लोन का भुगतान करता है।
आप सुविधाजनक पुनर्भुगतान शर्तों के साथ इस तरह पर्सनल लोन ले सकते हैं।
आय प्रमाण पत्र यानी सर्टिफिकेट दीजिए
लोन का भुगतान करने की योग्यता आपकी मासिक आय के अनुपात में होती है क्योंकि बैंक या लोनदाता लोन के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति के आय के माध्यम को जांचते हैं। इसलिए अत्यधिक भुगतान वाला काम होने पर आयकर का दूसरा माध्यम या नियमित राशि का आना लोन आवेदक की मंजूरी की संभावना को बढ़ा देता है।
ज्यादातर बार, लोन चुकाने का आर्थिक माध्यम मासिक भुगतान राशि की तुलना में उधारकर्ता की आय से करने का एक साधारण तरीका है। इसलिए लो क्रेडिट स्कोर के साथ भी पर्सनल लोन को मंजूरी मिल जाना संभव है।
निष्कर्ष
लोन के लिए आवेदन करते हुए आपको मन में रखना चाहिए कि बैंक 500 से 600 के बीच के क्रेडिट स्कोर को खराब मानते हैं। लोन देने वाली चुनिंदा कंपनियां ही हैं जो इतने कम क्रेडिट स्कोर के साथ आपको लोन देंगी। इसके साथ ही अगर आपको लोन मिल जाता है तो आपका क्रेडिट स्कोर पर्सनल लोन पर भुगतान किए जाने वाले ब्याज पर असर डाल सकता है।
अब आप 600 या इससे बेहतर क्रेडिट स्कोर के साथ पर्सनल लोन लेने के लिए अपनी जानकरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। अक्सर अपना क्रेडिट स्कोर जांच कर, आप जल्द कार्रवाई कर सकते हैं, जिससे आपका स्कोर बेहतर होने में मदद मिलेगी।
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