अनसिक्योर्ड लोन बिना किसी सिक्योरिटी के ही दिए जाते हैं। लोन सेंक्शन और पेआउट सहित इन लोन के नियम और शर्तें अक्सर क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करती हैं। इन लोन की मंजूरी पाने के लिए आपके पास क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए।
चलिए मान लेते हैं कि व्यक्ति के पास जरूरी क्रेडिट स्कोर नहीं है। इस स्थिति में लोन देने वाली कंपनी को को-साइनर की जरूरत हो सकती है। अगर व्यक्ति भुगतान नहीं करता है तो को-साइनर लोन का भुगतान करने की जिम्मेदारी ले सकता है।
अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन के उद्देश्य उधार लेने वाला निर्धारित करता है। उदाहरण के लिए, हो सकता है कि आपने कोई सामान खरीदने के लिए इस लोन का इस्तेमाल करने की योजना बनाई हो। इस स्थिति में आप अनसिक्योर्ड लोन ले सकते हैं। ऐसे लोन संपत्ति खरीदने के लिए इस्तेमाल किए भी जा सकते हैं और नहीं भी लेकिन बैंक के पास कोई संपत्ति गिरवी नहीं होती है। अनसिक्योर्ड लोन का मुख्य उद्देश्य उन लोगों के लिए धन मुहैय्या, यानी प्रोवाइड कराना है जिनके पास इसकी कमी है।
सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन क्या होते हैं?
सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन के बीच खास अंतर संपत्ति को गिरवी रखे जाने का है। सिक्योर्ड लोन में सिक्योरिटी के तौर पर संपत्ति रखनी होती है। होम लोन और ऑटो लोन सिक्योर्ड लोन के दो जाने-पहचाने प्रकार है। इस तरह के लोन में घर और वाहन सिक्योरिटी होते हैं।
लोगों के पास मौजूद किसी भी तरह का कैपिटल प्रोडक्ट संपत्ति हो सकती है। इसके साथ अगर लोग लोन का भुगतान नहीं करते हैं तो बैंक भुगतान के तौर पर सिक्योरिटी ले सकता है। क्रेडिट रिकॉर्ड को रिकवरी के लिए कम से कम सात सालों की जरूरत होगी।
अनसिक्योर्ड लोन को गुड क्रेडिट या साइन लोन भी कहा जाता है। यह लोन विभिन्न पुरानी, डिजिटल और राज्य स्तर की लोन देने वाली कंपनियों की ओर से भी दिए जाते हैं। सुरक्षित लोन की तुलना में यह तरीका अक्सर कठिन होता है।
अनसिक्योर्ड लोन कैसे काम करते हैं?
अनसिक्योर्ड लोन में उधार की सीमा बदल सकती है। यह बिना संपत्ति के किश्त वाले लोन भी हो सकते हैं। जब एक बैंक को आवेदन मिलता है, तो लोन देने वाली कंपनी देखती है कि क्या कोई व्यक्ति उनके भरोसे और अन्य कारकों जैसे बचत, लोन, आदि को देखते हुए क्रेडिट लाइन के योग्य हैं या नहीं।
अनसिक्योर्ड लोन को अक्सर व्यक्ति के भुगतान की जिम्मेदारी से सुरक्षित बनाया जाता है। हालांकि, अगर उधार का पूरा भुगतान नहीं किया जाता है तो लोन देने वाली कंपनी के पास इसका कोई इलाज नहीं है। कुछ विकल्पों में देनदार पर मुकदमा करना और छूटी हुई फीस के बारे में क्रेडिट एजेंसियों को रिपोर्ट करना शामिल है। इससे व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर खराब होता है।
अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन को पसंद किए जाने की वजहें
किसी तरह की सिक्योरिटी की जरूरत नहीं है।
खास बात यह है कि लोन बिना सिक्योरिटी के दिए जाते हैं जिसकी वजह से ज्यादा से ज्यादा लोग इसका चुनाव कर रहे हैं। लोगों को अनसिक्योर्ड लोन मंजूर करने के लिए किसी तरह की सिक्योरिटी, संपत्ति या गारंटर देने की जरूरत नहीं होती है। जरूरी खरीद के लिए सुरक्षित लोन लेने के मामले में ऐसा नहीं होता है।
लोन देते समय आवंटित, यानी अलॉट किए गए समय में लोन वापस करने की क्षमता जरूरी फैक्टर होती है।
ऑनलाइन पर्सनल लोन की उपलब्धता
आप बैंक, एनबीएफसी और इंटरनेट पर मौजूद उधार देने वाली कंपनियों से ऑनलाइन लोन का अनुरोध कर सकते हैं। इसके साथ ज्यादातर लोन ऐप और साइट आपको मिलने वाली सबसे ज्यादा राशि दिखाते हैं। जब उपभोक्ता उधार के लिए ऑनलाइन आवेदन करते हैं, तब आकलन, यानी असेसमेंट मासिक आय, यानी मंथली इनकम के आधार पर होता है।
आपके पास पेपर ऑनलाइन अपलोड करने का विकल्प होता है। प्रोसेसिंग चार्ज देने और लोन को मंजूरी मिल जाने के बाद लोन की राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।
लोन मिलने की अनगिनत संभावनाएं
अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन देने वाली बहुत सी कंपनियां हैं। अचानक आई पैसों की जरूरत को कवर करने के लिए उनके पास उधार के सस्ते विकल्प हैं। फास्ट लोन में 5 लाख रुपए तक मौजूद हैं। उधार देने वाली कंपनियां किसी भी वित्तीय विकल्प, यानी फाइनेंशियल ऑप्शन के साथ तुरंत बिलों का भुगतान कर सकती हैं।
अब लोन के लिए आवेदन करना आसान है। बहुत सी उधार देने वाली कंपनियां उपभोक्ताओं को अच्छी दरों, भत्तों और छूट पर लोन देते हैं। होम लोन और ऑटो लोन की तुलना में अनसिक्योर्ड लोन आसान होते हैं।
सरल नियम और एक्सचेंज
इन योग्यताओं में आमतौर पर आयु सीमा यानी ऐज लिमिट, न्यूनतम वेतन यानी मिनिमम सैलरी, अच्छी क्रेडिट रेटिंग, आदि शामिल हैं। अगर क्रेडिट स्कोर कम है तो लोग को-साइनर के लिए आवेदन कर सकते हैं।
लोन की जल्द प्रोसेसिंग
व्हीकल लोन के मुकाबले अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन बेहतर तरीके से संभाले जाते हैं। फॉर्म रिव्यू होने के 2-3 दिनों के बाद ही इन्हें डिस्बर्स कर दिया जाता है क्योंकि इनमें किसी भी तरह की सिक्योरिटी नहीं मांगी जाती है ।
बहुत कम पेपरवर्क
अनसिक्योर्ड लोन के लिए लोगों को बहुत पेपर नहीं देने होते हैं। बैंक, फाइनेंशियल संस्थाएं और अन्य लोन देने वाली कंपनियों को उतने प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती जितनी कि उन्हें दूसरे लोन के लिए होती है। यह लोन पॉपुलर हैं क्योंकि इनमें कुछ ही सहयोगी पेपरों की जरूरत होती है। अनसिक्योर्ड लोन के लिए आवेदन करते हुए लोगों को सिर्फ पहचान और निवास प्रमाण, यानी आइडेंटिटी और रेजिडेंस देने चाहिए।
क्रेडिट स्कोर में बढ़ोत्तरी
अनसिक्योर्ड पर्सनल लोनक्रेडिट सीमा बढाने में आपकी सहायता करती हैं। क्विक अमाउंट लेने में भी यह सहयोग करती हैं। ईएमआई का नियमित भुगतान क्रेडिट स्कोर बढ़ाने में मदद कर सकता हैं। इसके चलते आपकी उधार लेने की विश्वसनियता बढ़ती है। उपभोक्ता बहुत से लोन प्रोडक्ट, लोन की बेहतर राशि और लोन की सस्ती दरों की दरों को आजमा सकते हैं।
लोन की लचीली यानी फ्लेक्सिबल अवधि
लोन की शर्तें आमतौर पर छोटी और 5 साल तक के लिए होती हैं। लेकिन बैंक आपको पुनर्भुगतान, यानी रीपेमेंट का समय चुनने का ऑप्शन भी देते हैं। इसका मतलब है कि आप अपनी मासिक जरूरतों और पुनर्भुगतान की क्षमता के आधार पर समयावधि का चुनाव कर सकते हैं। नतीजतनम पुनर्भुगतान की प्रक्रिया ज्यादा मांग में नहीं है।
निष्कर्ष
हमेशा याद रखिए कि सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन दोनों को किसी भी परिस्थिति में भुगतान करना होता है। क्रेडिट कार्ड या अन्य मामलों का भुगतान करने के लिए लोन को ब्याज सहित चुकाया जाना चाहिए। लोन आपकी महंगी खरीदारियों का भुगतान करने का बेहतरीन तरीका है।
भारत में, अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन उपभोक्ताओं की ओर से अक्सर इस्तेमाल किया जाने वाला वित्तीय विकल्प, यानी फाइनेंशियल ऑप्शन है। उनकी संपत्ति जरूरतों में कमी, अन्य ऋण विकल्पों, यानी लोन ऑप्शन की तुलना में त्वरित पहुंच, अच्छे लोन रेट्स, आदि, उन्हें एक बेहतरीन विकल्प बनाती हैं। अब आप अनसिक्योर्ड लोन के भत्तों के बारे में जानते हैं।
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