ट्रैवल के लिए पर्सनल लोन एक ऐसा लोन है जिसे ट्रेवल का खर्चा उठाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। ट्रैवल लोन को टूर लोन, टूरिस्ट लोन या हॉलिडे लोन के नाम से भी जाना जाता है।
कई लोग विदेश यात्रा भी करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते। हालांकि ट्रैवल लोन का इस्तेमाल करके अपनी बचत को खर्च किए बिना ही वे शानदार छुट्टियों का मजा ले सकते हैं। ट्रैवल लोन आमतौर पर कम अवधि के लिए होते हैं। बहुत से बैंक इन्हें पर्सनल लोन के तौर पर ऑफर करते हैं क्योंकि यह अनसिक्योर्ड लोन होते हैं, जिन्हें व्यक्ति ट्रेवल संबंधी खर्चों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
ट्रैवल लोन पर ब्याज दर लोन देने वाली अलग-अलग कंपनियों में अलग-अलग हो सकती है। कुछ बैंक पैसों की ज्यादा बचत करने के लिए कम ब्याज दरों की पेशकश करते हैं। छुट्टियों या ट्रेवल लोन के लिए गारंटर की जरूरत नहीं होती है।
तकनीक ने लोन आवेदन की प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन बना दिया है। लोग अब लोन का आवेदन अपने घर की आराम के बीच से ही कर सकते हैं और राशि को अपने खाते में भेज सकता है।
ट्रेवल के लिए पर्सनल लोन बेहतर विकल्प यानी ऑप्शन कैसे है?
पर्सनल लोन में लोन अमाउंट मिलना एक त्वरित प्रक्रिया, यानी इंस्टेंट प्रोसेस है। तो, आखिरी मौके पर परिवार और दोस्तों के साथ बने ट्रेवल प्लान के दौरान ट्रैवल के लिए पर्सनल लोन लेना आपका काफी समय बचा सकता है।
· बजट बनाना आसान होता है, जिसका मतलब है कि आपको पता होगा कि आपको ईएमआई के तौर पर कितना पुनर्भुगतान करना है और लोन कितने लंबे समय तक रहेगा।
· यह एक अनसिक्योर्ड लोन है। इसका अर्थ है कि किसी को भी राशि पाने के लिए घर या कोई दूसरा मूल्यवान सामान कोलैटरल के तौर पर नहीं रखना होगा।
ट्रैवल के लिए लोन का आवेदन, यानी एप्लीकेशन कैसे करें?
ट्रैवल के लिए पर्सनल लोन का आवेदन करने के लिए यह स्टेप्स हैं:
डेस्टिनेशन का चुनाव करें
सबसे जरूरी स्टेप डेस्टिनेशन का चुनाव करना होता है। किसी को भी पहले यह देख लेना चाहिए कि उनके पास ट्रैवल फाइनेंस करने के लिए जरूरत भर पैसे और योजना है या नहीं। ऐसी जगहों को चुनना सही नहीं होगा जिनके लिए किसी को भी पूरी तरह से ट्रेवल लोन पर निर्भर होना पड़े। किस को भी यह जांचना चाहिए कि डेस्टिनेशन का होटल, ट्रेवल, और खाने की कीमत बहुत ज्यादा न हो।
डेस्टिनेशन की रिसर्च करें
एक बार जब लोग अपनी डेस्टिनेशन का फैसला कर लेते हैं, तो उन्हें ऑनलाइन रिसर्च करनी चाहिए। उन्हें उन खास जगहों के बारे में जानना चाहिए जिन्हें वे कवर करना चाहते हैं। साथ ही, उन्हें यह भी जानना चाहिए इनको कवर कैसे करेंगे। किसी को भी मुद्रा मूल्य करेंसी वैल्यू, आंतरिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम कॉस्ट और अन्य जानकारी के बारे में जांच लेना चाहिए।
बजट प्लान करें
इसका अगला स्टेप रिसर्च के आधार पर बजट का आकलन, यानी असेसमेंट करना है। व्यक्ति को वह सभी लागते तय करनी चाहिए जो वो करेंगे। ट्रैवल के लिए पर्सनल लोन फ्लाइट टिकट, होटल, रोज के खाने, आंतरिक यातायात, यानी इंटरनल ट्रांसपोर्ट और साइट सीइंग की लागत कवर करने वाला होना चाहिए।
सुविधा के लिए आप ट्रेवल एजेंट के पास जाकर कुल ट्रैवल कॉस्ट का आईडिया ले सकते हैं। अनुमानित लागत, यानी एस्टिमेटेड कॉस्ट पर 15% एक्स्ट्रा जोड़ लेना अक्सर अच्छा आईडिया होता है क्योंकि शुरू में अनुमानित राशि से असल लागत ज्यादा हो सकती है।
मौजूदा राशि की जांच करें
अब जब आपको ट्रैवल पर होने वाले खर्च का एक अंदाजा लग गया है, तो आपको सोचना चाहिए कि अपनी जेब से आप कितना खर्च कर सकते हैं। बची हुई राशि ट्रैवल के लिए लोन से ली जा सकती है।
पर्सनल लोन के लिए आवेदन यानी अप्लाई करें
यात्रा की जानकारी, आकलन, जरूरत भर राशि के आईडिया के साथ आप आपनी पसंद के बैंक की ब्रांच में जाकर ट्रैवल लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपको अपने लोन का आवेदन पूरे दस्तावेजों के साथ करना होगा, जैसे इनकम टैक्स (आईटी) रिटर्न, बैंक स्टेटमेंट, आधार, पैन इत्यादि।
लोन के पैसे पाएं
बैंक लोन को मंजूर कर देगा और क्रेडिट स्कोर अप्रूव हो जाने के बाद अनुरोध की गई लोन राशि आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। एक बार जब पैसे आ जाएंगे, तो आप अपने सपनों को पूरा करने की तैयारी शुरू कर सकते हैं। आपको फ्लाइट और होटल बुकिंग करा लेना चाहिए। कोशिश करें कि रिजर्वेशन पहले से करा लें ताकि यात्रा के लिए बाक़ी बची राशि का अंदाजा हो जाए।
ट्रेवल के लिए लोन लेने से पहले ध्यान रखी जाने वाली बातें
ट्रैवल के लिए लोन लेने से पहले ध्यान रखी जाने वाली बातों के बारे में यहां बताया गया है:
· आपको उस राशि की सीमा तय करनी चाहिए जो आपको लगता है कि छुट्टियों की लागत को कवर करने के लिए पूरी होगी। इससे ज्यादा खर्च की संभावना कम हो जाएगी।
· किसी को भी ट्रैवल लोन, पुनर्भुगतान करने की अपनी योग्यता के मुताबिक ही लेना चाहिए। यात्रा कार्यक्रम की लागत (भोजन, आवास, आदि सहित) और लोन राशि के बीच क्लियर बैलेंस होना चाहिए। छुट्टियों के दौरान संसाधनों, यानी रिसोर्सेज से ज्यादा इस्तेमाल करने से आपका मासिक बजट बिगड़ सकता है। जब पुनर्भुगतान का समय आएगा तो इसके चलते डिफॉल्टिंग की संभावना भी बाढ़ जाएगी।
· लोन की अवधि जितनी हो सके उतनी छोटी रखी जानी चाहिए। लंबी अवधि का मतलब ज्यादा ब्याज। इसके साथ किसी को भी वाहन, मेडिकल फंड या घर के लिए भविष्य में अतिरिक्त राशि की जरूरत हो सकती है। इस स्थिति में, उनकी पूरी योग्यता पर असर पड़ेगा।
· अगर आप देर से नहीं जल्दी लोन का भुगतान करना चाहते हैं तो पूरे और आंशिक पुनर्भुगतान, यानी एडवांस रीपेमेंट से जुड़े नियमों को जांच लें। उधार देने वाली कई कंपनियां पैनेल्टी फीस लगाती हैं (बैलेंस के साथ सर्विस टैक्स के 5% तक) जबकि कुछ कंपनियां समय से पहले पर्सनल लोन के भुगतान की अनुमति नहीं देती हैं।
· लोकनदाता सेलेक्ट करने से पहले पुनर्भुगतान की योजना बना लेनी चाहिए। कुछ बैंक को पुनर्भुगतान से पहले फिक्स्ड ईएमआई की जरूरत होती है।
यह याद रखें कि यात्रा अब सस्ती बिल्कुल नहीं है। इसी लिए यहां सुझाव दिया जाता है कि किसी के पास भी जरूरत के हिसाब से राशि होनी चाहिए।
पर्सनल लोन तब अच्छा विकल्प होता है जब छुट्टियों की लागत मौजूदा बचत से ज्यादा हो। यह समझना चाहिए कि राशि को बुद्धिमानी से खर्च करना जरूरी है। करीबियों के साथ अपनी सपनों की यात्रा को यादगार बनाने के लिए पुनर्भुगतान की योजना पहले ही बना लें।
निष्कर्ष
ट्रैवल के लिए पर्सनल लोन, के साथ लागत की चिंता किए बिना कोई भी जो चाहे वो कर सकता है। भारत में कई कंपनी ट्रेवल लोन के लिए तुरंत मंजूरी देती हैं।
अक्सर यह परेशानी-रहित होते हैं क्योंकि दस्तावेजों, यानी डाक्यूमेंट्स की जरूरत नहीं होती है। लोन देने वाली कंपनियां बजट-फ्रेंडली ईएमआई प्लान ऑफर करती हैं जिसके चलते जेब पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है। पसंद के हिसाब से कैश, क्रेडिट कार्ड या चेक के माध्यम से भुगतान किया जा सकता है।
ट्रैवल के लिए पर्सनल लोन से संबंधित ज्यादा जानकारी के लिए पीरामल फायनांस की वेबसाइट पर जाएं । यहां प्रोडक्ट और सेवाओं के बारे में जाना जा सकता है।